चीन और भारत में तनातनी: भारतीय सेना ने बढ़ाया दबाव
नई दिल्ली: लद्दाख में भारत-चीन सैनिकों के बीच तनाव जारी है. लद्दाख में दोनों देशों की सेनाएं बड़ी संख्या में तैनात हैं. सीमा तक सड़क, इंफ्रास्ट्रक्चर बनाने से चीन बौखलाया हुआ है. इसी महीने कैलाश मानसरोवर के लिए चीन सीमा तक सड़क का उद्घाटन हुआ है. तनाव के बीच भारत चीन के साथ लगने वाली करीब 3,500 किमी लंबी सीमा के रणनीतिक महत्व के क्षेत्रों में भारत अपनी ढांचागत विकास की परियोजनाएं बंद नहीं करेगा. भारत ने चीन सीमा तक इंफ्रास्ट्रक्चर का काम तेज कर दिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से सेना के तीनों अंगों, CDS के साथ बैठक की है.
समझा जाता है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सेना के शीर्ष अधिकारियों को यह कहा है कि कई संवेदनशील इलाकों में चीन के सैनिकों के आक्रामक व्यवहार के बावजूद लद्दाख, सिक्किम, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर महत्वूर्ण परियोजनाओं के क्रियान्वयन की पुन: समीक्षा करने की आवश्यकता नहीं है. हालांकि, चीन इन्हें रोकने के लिए सोचे-समझे प्रयास कर रहा है और इसके लिए पूर्वी लद्दाख जैसे इलाकों में हालात को बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है.
सूत्रों ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच करीब 20 दिन तक चले गतिरोध के मद्देनजर भारतीय सेना ने उत्तर सिक्किम, उत्तराखंड, अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख में संवेदनशील सीमावर्ती इलाकों में अपनी मौजूदगी उल्लेखनीय ढंग से बढ़ाई है और यह संदेश दिया है कि भारत चीन के किसी भी आक्रामक सैन्य रुख के आगे रुकने वाला नहीं है.
चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर पीएमओ में अहम बैठक
चीन के साथ सीमा विवाद को लेकर मंगलवार को पीएमओ में अहम बैठक हुई. बैठक में अजित डोवल और तीनों सेनाओं के प्रमुख मौजूद रहे. PMO की बैठक में चीन और लद्दाख पर चर्चा हुई. सूत्रों के मुताबिक LAC पर चीन के साथ तनाव जरूर है लेकिन हालात खतरनाक नहीं हैं.
सूत्रों के मुताबिक, LAC पर जितनी सैनिक चीन बढ़ाएगा उतना भारत भी इजाफा करेगा. भारत सीमा पर निर्माण कार्य भी जारी रखेगा. गुलदोंग सेक्टर में चीन के सैनिकों के जमावड़े के बाद भारतीय सेना अलर्ट है. LAC पर गश्त को मजबूत किया गया है. तनाव के बाद भारतीय सेना ने लद्दाख में और सैनिक बढ़ा दिए हैं. पूर्वी लद्दाख में LAC हर वक्त UAVs से निगरानी रखी जा रही है.