लगातार बढ़ रही है संदिग्ध प्रवासी लोगों की संख्या।

लगातार बढ़ रही है संदिग्ध प्रवासी लोगों की संख्या।

ग्वालपाड़ा क्वारंटाइन में लगातार बढ़ रही है संदिग्ध प्रवासी लोगों की संख्या। संवाददाता ग्वालपाड़ा मधेपुरा : कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सरकार द्वारा लगाए गए, लॉक डाउन में ढील देने से दूसरे प्रदेशों में फंसे प्रवासी लोगों की घर वापसी हो रही है। जिससे देश के अलग-अलग शहरों में रोजी रोटी कमाने व अपना भविष्य बनाने के उद्देश्य से बाहर गए , प्रवासी मजदूर एवं छात्र-छात्राओं का आगमन जारी है।

ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र में प्रतिदिन प्रवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है। रविवार को भी सैकड़ों मजदूर ग्वालपाड़ा पहुंचे हैं। संक्रमण के खतरे को देखते हुए उन्हें क्वॉरेंटाइन किया जा रहा है , ताकि क्षेत्र में कोरोना वायरस की संक्रमण ना फैल सके। दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन के लिए ग्वालपाड़ा भेजा जा रहा है । क्वॉरेंटाइन का संचालन ग्वालपाड़ा अंचलाधिकारी रवीश कुमार के द्वारा किया जा रहा है। रवीश कुमार ने बताया कि प्रखंड में करोना जैसी महामारी के संक्रमण से बचने के लिए सरकार के द्वारा लॉक डाउन लगाया गया था। लॉक डाउन की वजह से बिहार के लोग दूसरे प्रदेशों में फसे हुए थे । जिन्हें वापस बिहार लाने के लिए सरकार के द्वारा लॉक डाउन में ढील दिया गया। लॉक डाउन में ढील होने से दूसरे राज्यों में फंसे मजदूर व छात्र- छात्राएं वापस अपने घर बिहार वापस आ रहे हैं।

लॉक डाउन को लेकर प्रवासी लोगों की घर वापसी जारी है । दूसरे राज्यों से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन में रखा गया है। लॉक डाउन के नियम का पालन करने के लिए शोसल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा है। प्रवासी संदिग्ध लोगों को रखने के लिए ग्वालपाड़ा में 9 विद्यालय को क्वॉरेंटाइन केंद्र बनाया गया है । क्वॉरेंटाइन केंद्र में भेजे गए, प्रवासी संदिग्ध लोगों की सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ग्वालपाड़ा प्रभारी – प्रदीप कुमार अग्रवाल के द्वारा टीम गठित की गई है । जो क्वॉरेंटाइन केंद्र पर जांच कर रही है। दूसरे राज्य से घर वापस आए प्रवासी संदिग्ध लोगों को डॉ उपेंद्र कुमार , डॉ रविंद्र कुमार, सीमा कुमारी , श्वेता कुमारी के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण की स्केनिंग के द्वारा जांच की जा रही है।

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वही कोरण्टाइन में भेजे गए सभी संदिग्ध लोगों को किट दिया जा रहा है । जिसमें जरूरत के सभी सामान उपलब्ध हैं । क्वॉरेंटाइन में रखे गए प्रवासी संदिग्ध लोगों को सरकारी स्तर से तीन वक्त का भोजन के साथ साथ स्वचछ पानी ख़रीद कर दिया जा रहा है।जिस कोरेण्टाइन सेंटर में बिजली की व्यवस्था नहीं है । वहां जेनरेटर के द्वारा विजली दिया जा रहा है।प्रत्येक रूम में पंखा की व्यवस्था की गई है।आवासन आदि की व्यवस्था की गई है। इन केंद्रों की निगरानी के लिए प्रखंड स्तरीय शिक्षकों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा विद्यालय के प्रधान शिक्षक प्रभारी के रूप में अपना योगदान दे रहे हैं । प्रतिदिन क्वॉरेंटाइन केंद्र से लोगों का ब्लड सैंपल जांच के लिए भेजा जा रहा है। इसके साथ ही रवीश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम प्रति दिन दो पाली में संदिग्ध प्रवासी लोगो की जांच कर रही है। आज तक ग्वालपाड़ा प्रखंड में कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्ति की पहचान नहीं हुई है। जिससे सभी प्रखंड वासी में खुशी देखी जा रही हैं। समय अवधि पूर्ण होने पर मेडिकल पर्ची के साथ संदिग्ध प्रवासी लोगों को छोड़ दिया जाता है । ग्वालपाड़ा प्रखंड केंद्रों की विधि व्यवस्था को लेकर अधिकारी अलर्ट हैं।

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