टेलीविजन शो समीक्षा – कौन से शोज हमेशा याद रहते हैं?
क्या आप कभी सोचते हैं कि कुछ टीवी शोज क्यों कभी पुराने नहीं होते? वही शोज जिनके एपिसोड हर बार देख कर आपको वही मज़ा मिलता है, चाहे आप दस साल बाद ही क्यों न देखें। आज हम उन शोज के बारे में बात करेंगे जो शुरू से अंत तक बेहतरीन रहे और क्यों वो दिलों में बस गए।
शुरू से अंत तक पसंदीदा शोज
सबसे पहले बात करते हैं उन शोज की जो हर इमर्सन में अलग लेवल पर हैं। तारक मेहता का उल्टा चश्मा को देखिए – यह सिर्फ कॉमेडी नहीं, सामाजिक मुद्दों पर हल्का-फुल्का दृष्टिकोण देता है। रामायण और महाभारत जैसे महाकाव्य शोज ने इतिहास को जीवंत बना दिया, इसलिए बार-बार रीरन देखे जाते हैं।बालिका वधु जैसी डेली सोएप ने दर्शकों को रोज़ाना जोड़ कर रखा, क्योंकि कहानी में रोचक मोड़ बहुत होते हैं।
इन शोज की सफलता का कारण सिर्फ कहानी नहीं, बल्कि किरदारों की गहराई और दर्शकों के साथ उनका जुड़ाव है। जब किरदार आपके दिल के करीब आते हैं, तो शोज की हर एपीसोड में कुछ नया महसूस होता है। यही कारण है कि ये शोज आज भी प्रचलित हैं।
शो चुनने के टिप्स
अब बात करते हैं कि अगला कौन सा शो देखें? सबसे आसान तरीका है रियल रिव्यू पढ़ना। अगर कई लोग एक ही शोज को 5‑स्टार दे रहे हों, तो chances high होते हैं कि वो आपके टाइम को वेस्ट नहीं करेगा। दूसरा तरीका है—जैसे ही नया सीज़न लॉन्च हो, पहले एक एपिसोड देख कर तय करें कि कहानी आपके साथ जुदा हो रही है या नहीं।
कभी-कभी पुराने क्लासिक शोज को रिवाइंड करना भी फायदेमंद रहता है। क्योंकि कई बार नई पीढ़ी भी इन्हें देख कर नई समझ पाती है। और अगर आप सोशल मीडिया पर चर्चाओं को फ़ॉलो करेंगे, तो आपको ट्रेंडिंग शोज मिलेंगे जिनके बारे में सब बात कर रहे होते हैं।
एक बात याद रखें—शो सिर्फ टाइम पास नहीं, वो आपके सोचने का ज़रिया भी हो सकता है। इसलिए जब आप कोई शोज चुनें, तो उसके संदेश पर भी ध्यान दें। अगर मनोरंजन के साथ साथ सामाजिक सवाल उठाता है, तो वो आपके लिए दो गुना मोल का रहेगा।
तो अब आपके हाथ में इससे ज्यादा जानकारी नहीं बची। चाहे आप कॉमेडी, महाकाव्य या रोज़मर्रा की कहानी देखना चाहें, ऊपर बताई गई टिप्स से आप सही शोज चुन सकते हैं और टेलीविजन का पूरा मज़ा ले सकते हैं। बिहार समाचार टीव में और भी कई शोज की समीक्षा पढ़ें, ताकि आपका अगला चयन हमेशा बेहतरीन हो।