मां के गर्भ में शिशु को पहले तीसरे महीने से ओमेगा-3 की जरूरत
व्यस्त जीवनशैली ने हमारे खाने की आदतों को बदल दिया है।
हम अत्यधिक प्रोसैस्ड तथा तला हुआ भोजन खाते हैं।
जिसमें बहुत अधिक वसा जैसे ओमेगा 6 फैटी एसिड होता है।
इससे ओमेगा 6 और ओमेगा 3 फैटी एसिड के बीच असंतुलन पैदा हो जाता है जिससे सामान्य स्वास्थ्य में रुकावट पैदा होने लगती है।
आप जैसे जैसे ज्यादा वसा वाले खाने का सेवन करते हैं और अपने आहार में पोषक तत्वों की कमी बनने पर आपके शरीर में लो डेंसिटी लिपॉप्रोटीन या एलडीएल की मात्रा बढ़ने लगती है और आपको यह सारी बीमारियां होने का खतरा बहुत ज्यादा बढ़ जाता है,
जैसे कि,
आप भले ही धूम्रपान ना करते हो लेकिन ऐसे परिवेश में जरूर रहते हैं जहां पर आसपास कोई ना कोई धूम्रपान कर रहा हो या अत्यधिक वायु प्रदूषण का माहौल हो,तो भी सारी चीजें भी आपको उतना ही नुकसान पहुंचाती हैं जितना कि आप खुद से धूम्रपान करते हैं तो आप को नुकसान होता है।
इसकी कमी आपके अंदर ऐसी घातक बीमारियां पैदा करती हैं,
जैसे कि उच्च रक्तचाप, हृदय की धमनियों में वसा का जमा होना, दिल का दौरा, अजैना, नजरों का कमजोर होना, शरीर में सूजन आना, शरीर के जोड़ों में दर्द होना, ऑस्टियोपोरोसिस, ओस्टियोआर्थराइटिस, बच्चों के दिमागी विकास में कमी, याददाश्त का कमजोर होना।
हमारा मानव दिमाग 65% ओमेगा 3 फैटी एसिड से बना हुआ है, और जब हमारे शुरुआती दिनों में हमें इसकी पर्याप्त मात्रा मां के जरिए नहीं मिलती तो जिस तरीके से हमारा दिमागी विकास होना चाहिए उसमें अभाव आने लगता है और हम मानसिक रूप से कमजोर होने लगते हैं, और हमारे दिमाग का विकास अपने उच्च स्तर पर नहीं होता।
एक नवजात शिशु जो मां के गर्भ में पल रहा होता है उसको ओमेगा-3 की जरूरत पहले तीसरे महीने से होने लगती है क्योंकि उस वक्त से बच्चे के दिमागी विकास की शुरुआत होने लगती है, और यह प्रक्रिया बहुत तेजी से होती है, तो अगर इसकी पर्याप्त मात्रा मां के आहार में नहीं जा रही है तो बच्चे के अंदर भी इसकी कमी पूरी नहीं होगी।
इसे संतुलित करने के लिए हमें ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन करना चाहिए।
यह ओमेगा 3 फैटी एसिड जो अच्छी वसा भी कहलाता
है, इन्हें हम आहार द्वारा ही प्राप्त करते हैं क्योंकि हमारा शरीर स्वयं इसका निर्माण नहीं करता।
सही भोजन एवं व्यायाम के अलावा अपने हृदय को प्राकृतिक ओमेगा-3 सप्लीमेंट का लाभ भी दे।
न्यूटीलाइट सालमन ओमेगा 3 मैं नॉर्वे की ठंडी एवं शुद्ध पानी में पले हुए सालमन मछली से प्राप्त ओमेगा 3 के साथ साथ ओमेगा 3 के तीन अतिरिक्त स्रोतों, जैसे कि अंचोवीज, मैक्रेल, सार्डीन से बनाया गया मिश्रण का मेल है।
यह आपके दिल की के अच्छे स्वास्थ्य के लिए और मछली की गंद से मुक्त अच्छी भाषाओं का एक संतुलित फार्मूला देता है।
प्रत्येक सॉफ्टजेल में
इकोसापेंटनोिक एसिड यानी कि (ई पी ए)
डोकोसापेंटनोिक एसिड यानी कि (डी एच ए)
जो ओमेगा-3 परिवार के सबसे सक्रिय रुप है और शरीर द्वारा सबसे आसानी से अवशोषित किए जाते हैं।
न्यूटीलाइट सालमन ओमेगा 3 में किसी भी तरह के कोई भी कृत्रिम रंग स्वाद या प्रिजर्वेटिव नहीं मिलाया गया है, इससे उच्च गुणवत्ता वाले उत्पाद के भरोसे एवं विश्वास को पुनः बल मिलता है।
इसकी एक से तीन सॉफ्टजेल प्रत्येक दिन आपको एक सुरक्षित और स्वस्थ जीवन का आश्वासन देती है।