सेक्स करने के बाद प्रेगनेंट होने में लगता है इतना समय

सेक्स करने के बाद प्रेगनेंट होने में लगता है इतना समय

सेक्‍स के बाद ही प्रेग्‍नेंसी होती है, ये बात तो साफ है लेकिन क्‍या आप ये जानते हैं कि सेक्‍स करने के कितने समय या दिनों बाद कंसीव होता है?
जी हां, ऐसा नहीं है कि सेक्‍स करने के तुरंत बाद ही आप कंसीव कर लेती हैं। अब आपके मन में भी ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर प्रेग्‍नेंट होने के लिए सेक्‍स करने के बाद कंसीव करने में कितना समय लगता है। तो चलिए जानते हैं कि कंसीव करने की प्रक्रिया क्‍या है और इसमें कितना समय लगता है।

​कंसेप्‍शन में कितना समय लगता है

सेक्‍स के तीन मिनट बाद कंसेप्‍शन (गर्भधारण) हो सकता है या इसमें पांच दिन का समय भी लग सकता है। जब महिला का एग फैलोपियन ट्यूब में पुरुष के स्‍पर्म से मिलता है तो इसे फर्टिलाइजेशन कहते हैं। फर्टिलाइजेशन के लिए महिला ओवुलेशन पीरियड में होनी चाहिए। फर्टिलाइजेशन के पांच से दस दिनों के बाद इंप्‍लांटेशन होता है।

जब एग गर्भाशय की लाइनिंग तक पहुंच जाता है तब वह भ्रूण बनाने लगता है। इसे इंप्‍लांटेशन कहते हैं।

सेक्‍स करने के कुछ मिनटों के अंदर ही फर्टिलाइजेशन हो सकता है लेकिन इसमें हो सकता है कि आपको इसमें तीन दिन भी लग जाएं।

सेक्‍स करने के बाद कंसीव करने का समय

ध्‍ययनों में पाया गया है कि स्‍पर्म को फैलोपियन ट्यूबों के जरिए गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंचने में दो से तीन मिनट का समय लगता है। फैलोपियन ट्यूब में ही स्‍पर्म एग से मिलता है। अगर महिला के शरीर में एग तैयार हो तो सेक्‍स के बाद कंसेप्‍शन में ज्‍यादा से ज्‍यादा तीन मिनट लग सकते हैं।

माना जाता है कि महिलाओं के प्रजनन तंत्र में स्‍पर्म पांच दिनों तक रह सकता है। इसका मतलब है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि आप सेक्‍स करने वाले दिन ही प्रेगनेंट हो जाएं। अगर आपने सोमवार के दिन संभोग किया है और आप गुरुवार को ओवुलेट होती हैं तो सेक्‍स करने के कई दिनों बाद आपका कंसेप्‍शन हो सकता है।

सेक्स करने के बाद प्रेगनेंट होने में लगता है इतना समय

अगर आपको लगता है कि सेक्‍स करने के तुरंत बाद आप प्रेगेनेंट हो सकती हैं तो ऐसा नहीं है। जानिए कि सेक्‍स करने के बाद गर्भधारण में कितना समय लगता है।

सेक्स करने के बाद प्रेगनेंट होने में लगता है इतना समयसेक्‍स के बाद ही प्रेग्‍नेंसी होती है, ये बात तो साफ है लेकिन क्‍या आप ये जानते हैं कि सेक्‍स करने के कितने समय या दिनों बाद कंसीव होता है?
जी हां, ऐसा नहीं है कि सेक्‍स करने के तुरंत बाद ही आप कंसीव कर लेती हैं। अब आपके मन में भी ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर प्रेग्‍नेंट होने के लिए सेक्‍स करने के बाद कंसीव करने में कितना समय लगता है। तो चलिए जानते हैं कि कंसीव करने की प्रक्रिया क्‍या है और इसमें कितना समय लगता है।

​कंसेप्‍शन में कितना समय लगता है

NBT

सेक्‍स के तीन मिनट बाद कंसेप्‍शन (गर्भधारण) हो सकता है या इसमें पांच दिन का समय भी लग सकता है। जब महिला का एग फैलोपियन ट्यूब में पुरुष के स्‍पर्म से मिलता है तो इसे फर्टिलाइजेशन कहते हैं। फर्टिलाइजेशन के लिए महिला ओवुलेशन पीरियड में होनी चाहिए। फर्टिलाइजेशन के पांच से दस दिनों के बाद इंप्‍लांटेशन होता है।

जब एग गर्भाशय की लाइनिंग तक पहुंच जाता है तब वह भ्रूण बनाने लगता है। इसे इंप्‍लांटेशन कहते हैं।

सेक्‍स करने के कुछ मिनटों के अंदर ही फर्टिलाइजेशन हो सकता है लेकिन इसमें हो सकता है कि आपको इसमें तीन दिन भी लग जाएं।

​सेक्‍स करने के बाद कंसीव करने का समय

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अध्‍ययनों में पाया गया है कि स्‍पर्म को फैलोपियन ट्यूबों के जरिए गर्भाशय ग्रीवा तक पहुंचने में दो से तीन मिनट का समय लगता है। फैलोपियन ट्यूब में ही स्‍पर्म एग से मिलता है। अगर महिला के शरीर में एग तैयार हो तो सेक्‍स के बाद कंसेप्‍शन में ज्‍यादा से ज्‍यादा तीन मिनट लग सकते हैं।

माना जाता है कि महिलाओं के प्रजनन तंत्र में स्‍पर्म पांच दिनों तक रह सकता है। इसका मतलब है कि ऐसा जरूरी नहीं है कि आप सेक्‍स करने वाले दिन ही प्रेगनेंट हो जाएं। अगर आपने सोमवार के दिन संभोग किया है और आप गुरुवार को ओवुलेट होती हैं तो सेक्‍स करने के कई दिनों बाद आपका कंसेप्‍शन हो सकता है।

हर महिला में गर्भधारण अलग होता है

चूंकि, हर महिला का मासिक चक्र और शरीर अलग होता है इसलिए गर्भधारण का समय भी इनमें अलग हो सकता है। ऐसे कई कारक हैं जो महिलाओं के गर्भधारण करने की क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें उम्र, स्‍वास्‍थ्‍य स्थिति, प्रजनन अंगों एवं तंत्र का स्‍वस्‍थ होना और आप कितनी बार सेक्‍स करते हैं, शामिल है।

कुछ महिलाएं सेक्‍स करने के बाद जल्‍दी प्रेगनेंट हो जाती हैं तो कुछ महिलाओं को ज्‍यादा समय लगता है।

सेक्‍स के बाद इंप्‍लांटेशन में कितना समय लगता है?

जब स्‍पर्म एग तक पहुंचकर उसे निषेचित करते हैं, तब कंसेप्‍शन होता है। जब फर्टिलाइज एग (जो कि भ्रूण का रूप ले चुका होता है) गर्भाशय की लाइनिंग तक पहुंचता है, तब इंप्‍लांटेशन होता है। ये सब होने तक आप गर्भवती नहीं होती हैं। वहीं फर्टिलाइजेशन होने के तुरंत बाद इंप्‍लांटेशन नहीं होता है।

कई लोगों को लगता है कि फर्टिलाइजेशन गर्भाशय में होता है लेकिन ऐसा नहीं है। फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया फैलोपियन ट्यूब में होती है।

कंसेप्‍शन के बाद भ्रूण को गर्भाशय की लाइनिंग तक पहुंचकर इंप्‍लांट होने के लिए विकास के कई चरणों से गुजरना पड़ता है। इसे फैलोपियन ट्यूब से गर्भाशय में भी जाने की जरूरत होती है। इस प्रक्रिया में कुछ दिन लग जाते हैं। वहीं इसके बाद होने वाला इंप्‍लांटेशन फर्टिलाइजेशन के पांच से दस दिनों के बाद होता है।

जैसा कि हमने ऊपर भी बताया कि सेक्‍स करने के कुछ मिनटों या लगभग पांच दिनों के बाद फर्टिलाइजेशन हो सकता है। इस हिसाब से सेक्‍स करने के पांच या ज्‍यादा से ज्‍यादा पंद्रह दिनों के बाद इंप्‍लांटेशन हो सकता है।

सेक्‍स के बाद प्रेग्‍नेंसी के लक्षण कब दिखते हैं?

सेक्‍स करने के कुछ मिनट या दिनों बाद फर्टिलाइजेशन होते ही आपको प्रेग्‍नेंसी के लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। जब तक भ्रूण का इंप्‍लांटेशन नहीं होता, तब तक प्रेग्‍नेंसी के लक्षण दिखने शुरू नहीं होते हैं। वहीं इंप्‍लांटेशन के समय पर भी प्रेग्‍नेंसी के लक्षण नहीं दिखते हैं। वहीं कुछ महिलाओं को पीरियड्स की तारीख गुजरने के कुछ दिनों बाद तक भी प्रेग्‍नेंसी के लक्षण महसूस नहीं होते हैं।

सेक्‍स के बाद लगभ्‍ग सात दिनों के अंदर आपको प्रेग्‍नेंसी महसूस हो सकता है। आमतौर पर प्रेग्‍नेंसी के लक्षण सेक्‍स करने के बाद दो से चार हफ्तों के अंदर दिखाई देते हैं।

इस तरह आप समझ सकती हैं कि सेक्‍स करने के बाद कितनों दिनों में आप गर्भवती हो सकती हैं।